Service 01
Service 02
Service 03
The Global Foundation Society was established on 21/09/2005 by Krishi Rishi Gulab Singh and Dr. Hargovind Singh, former Vice Chancellor of Govind Ballabh Pant University of Agriculture and Technology, Pantnagar. Its branch, the Global Agriculture and Farmer Development Institute, has made a distinct identity for itself by working in various areas of agriculture and rural development. Since its establishment, the institute has achieved significant milestones in the fields of agricultural research and training, and has made vital contributions to agriculture and rural development through its extension services.
Exam Schedule | ||
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Pariyojna Sahayak | 09:00 AM 28 February 2025 | Start Exam |
Pariyojna Prabandhak | 09:09 AM 28 February 2025 | Start Exam |
Prasar Karmi | 09:19 AM 28 February 2025 | Start Exam |
Prasar Adhikari | 09:29 AM 28 February 2025 | Start Exam |
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संचालकों को लाभ एवं दायित्व
"खुशहाल किसान एग्रीमार्ट " एक निजी व्यवसाय जैसा है जो अल्प निवेश पर आपको निश्चित आय उपलब्ध करवा कर आत्मनिर्भर बनाता है के "खुशहाल किसान एग्रीमार्ट" के संचालन की पात्रता रखने वाले नवयुवक आवेदन कर शीघ्र साक्षात्कार देकर एग्रीमार्ट का आवंटन पा सकते हैं। कृषि स्नातक स्वयं सहायता समूह FPO खाद बीज व कृषि यंत्र के व्यवसायी जो कम से कम 3 वर्ष का कृषि क्षेत्र में व्यवसाय का अनुभव हो व जागरूक किसान आवेदन के पात्र हैं।
एक सत्र के व्यवसाय व भुगतान के आधार पर आपकी साख सीमा क्रेडिट लिमिट आपके क्षेत्र अधिकारी मार्केटिंग द्वारा दी जाती है जिसका उपयोग आप क्रेडिट कार्ड की तरह करते हैं आज व्यवसाय प्रतिस्पर्धा व गुणवत्ता का है इसलिए हमारा प्रयास रहता है कि हमारे यहां उपलब्ध बीज पौधे जैव पदार्थ व जैविक उर्वरक कीटनाशक उच्च गुणवत्ता के वह अद्यतन तकनीक से निर्मित वह बीमारी रहित हैं।
Project Completed
Farmers Connected
Happy Farmers
Customer Network
मध्यम जोत के किसानों के लिए ग्लोबल फाउण्डेशन सोसायटी द्वारा स्थापित ग्लोबल सीड्स का बहुत लाभकारी कार्यक्रम है, जिसमें आप धान, गेहूँ, दलहन व तिलहन की खेती बीज उत्पादन के लिए कर सकते हैं।
पात्रता व शर्तें - न्यूनतम रकबा 25 एकड़ प्रति गाँव (क्षेत्र), अधिकतम किसानों की संख्या-15, रजिस्ट्रेशन शुल्क-150 रू० प्रति एकड़ + प्रमाणीकरण शुल्क
लाभ कृषि वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों की देखरेख में मानक के अनुसार आधारीय बीज की बुआई से पैदावार में 25 से 50 प्रतिशत तक अधिक उत्पादन प्राप्त करते हैं। पुर्नखरीद अनुबन्ध के तहत एम.एस.पी. • या बाजार भाव से (जो भी अधिक हो) 10 प्रतिशत अधिक मूल्य देकर खरीद लिया जाता है, जिससे आपकी आय में अप्रत्याशित वृद्धि होती है।
इससे किसानों को आपसी सहयोग से फसलों की खरीद बिक्री करने में आसानी होती है। इस योजना के तहत सरकार 2023-24 तक देश भर में 10 हजार नये कृषि उत्पादक संगठन बनाने का लक्ष्य रखा है, जिससे अधिक से अधिक किसानों के हितों की रक्षा की जा सके और उन्हें फसलों का उचित मूल्य व सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ मिल सके।
पात्रता व शर्ते :-
1) आवेदक पेशे से किसान होना चाहिए।
2) आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
3) न्यूनतम सदस्यों की संख्या 10 (5 पदाधिकारी व 5 सदस्य)
4) मैदानी क्षेत्र में 1 एफ.पी.ओ. मैं कम से कम 300 सदस्य होने चाहिए
5) प्रत्येक किसान के पास स्वयं की कृषि योग्य भूमि होना अनिवार्य है।
एवं उसे समूह का हिस्सा होना भी अनिवार्य है
परामर्श शुल्क : 205/- रुपये प्रति
उन्नत कोष , खुशहाल किसान, समृद्ध भारत
मिट्टी की जाँच - फसलों से अधिक उपज लेने के लिए यह जानना आवश्यक हो जाता है कि मिट्टी में कौन-कौन से पोषक तत्व कितनी मात्रा में उपलब्ध हैं, खेती की मिट्टी कौन-कौन से फसल के लिए उपयुक्त है। मिट्टी की अम्लीयता, क्षारीयता (पी.एच.) विद्युत चालकता जानने के लिए यह गुणवत्ता और पैदावार बढ़ाने के लिए आवश्यक सूचनाएं देता है। मृदा परीक्षण भूमि में पहले से उपस्थित पोषक तत्वों का लाभ उठाते हुए फसलों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उर्वरक ही उचित और पर्याप्त मात्रा में खुराक का अनुप्रयोग सुनिश्चित करेगा।
नमूना लेने की विधि - चुनी हुई जगह के ऊपरी सतह से घास-फूस हटादें। सतह से 15 सेंटी मीटर गड्ढा खोदकर खुरपे से एक तरफ से ऊंगली की मोटाई तक का ऊपर से नीचे तक नमूना काट लें। मिट्टी को बाल्टी या टब में इकट्ठा कर लें इसी तरह सभी स्थानों से नमूना इकट्ठा करें व मिला लें।
शुल्क - सामान्य जाँच 100 रु. प्रति नमूना, सूक्ष्म जाँच 250 रु. प्रति नमूना
उन्नत कोष, खुशहाल किसान, समृद्ध भारत
द्वारा संचालित किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम (कृषि वैज्ञानिक/विशेषज्ञ आपके द्वार) शुल्क-न्यूनतम 20 किसान (महिला/पुरुष) 100 रु. प्रति किसान मशरूम उत्पादन
आवश्यक सामग्री : गेहूँ का भूसा, गेहूँ का चोकर, खाद, कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट, यूरिया, पोटास, सिंगल सुपर फास्फेट, शीरा लाभ : खर्च से तीन गुना कमाई, 50 से 60 हजार लगाकर 1 वर्ष में 3-4 लाख की कमाई हो जाती है